Top 10 Krishna Bhajan Lyrics In Hindi | कृष्ण भजन लिरिक्स

इस ब्लॉग में “Krishna Bhajan Lyrics” हिंदी में प्रस्तुत किए गए हैं, जो आपके हृदय में श्री कृष्ण जी के प्रति भक्ति भाव की गहराई को जगाने में सहायक होंगे। इन kanha ji ke bhajan lyrics के जरिए आप कान्हा जी की उपस्थिति को अपने आसपास अनुभव कर सकते हैं।
इन भजनों के मधुर बोल और सुर आपके मन और आत्मा में भक्ति की ज्योति प्रज्ज्वलित करेंगे। इन krishna bhajan in hindi lyrics का आनंद लें और कृष्ण भक्ति की मिठास में डूब जाएं।
Top 10 Krishna Bhajan Lyrics In Hindi

1. सांवरी सूरत पे मोहन लिरिक्स | Sanwali Surat Pe Mohan Lyrics
सांवरी सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया,
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे नैन तिरछे,
दुसरा काजल लगा,
तिसरा नजरें मिलाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे होँठ पतले,
दुसरा लाली लगी,
तिसरा तेरा मुस्कुरना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे हाथ कोमल,
दुसरा मेहंदी लगी,
तिसरा बंसी बजाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे पाव नाजुक,
दुसरा पायल बंधी,
तिसरा घुँघरू बजाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे भोग छप्पन,
दुसरा माखन धरा,
तिसरा खीचड़े का खाना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
एक तो तेरे साथ राधा,
दुसरा रुक्मणी खड़ी,
तिसरा मीरा का आना,
दिल दीवाना हो गया।
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।
सांवरी सूरत पे मोहन,
दिल दीवाना हो गया,
दिल दीवाना हो गया मेरा,
दिल दीवाना हो गया।।
इस krishna bhajan lyrics में भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त किया गया है और भक्त भगवान श्रीकृष्ण (मोहन) के प्रति अपने दिल के गहरे भाव प्रकट करते हैं। वे भगवान की कृपा व दयादृष्टि के इच्छुक हैं और उनके रूप और महिमा का गुणगान करते हैं। भक्त यह भी दर्शाते हैं कि उनका दिल पूरी तरह से भगवान के प्रति प्रेम व समर्पण भाव से भरा हुआ है और वे भगवान के चरणों में अपना स्थान मांगते हैं।
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2. लगन तुमसे लगा बैठे लिरिक्स | Lagan Tumse Lagan Laga Baithe Lyrics
लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी दुनिया से डरते थे,
छुप छुप याद करते थे,
लो अब परदा उठा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
कभी यह ख्याल था दुनिया,
हमें बदनाम कर देगी,
शर्म अब बेच खा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
दीवाने बन गए तेरे तो फिर,
दुनिया से क्या मतलब,
तेरी गलियो में आ बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।
लगन तुमसे लगा बैठें,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
लगन तुमसे लगा बैठे,
जो होगा देखा जाएगा,
तुम्हे अपने बना बैठे,
जो होगा देखा जाएगा।।
इस krishna bhajan lyrics in hindi में भक्ति और प्रेम की भावना को व्यक्त किया गया है और भक्त अपने भगवान के प्रति अपनी गहरी लगन और समर्पण भाव दर्शाते हैं। वे कहते हैं कि जो कुछ भी हो, वह भगवान की इच्छा के बिना नहीं हो सकता और हम अपनी लगन के साथ उनकी भक्ति करेंगे। यह भजन भक्त के दिल की गहरी भावनाओं का एक दर्शन है और इस भजन के माध्यम से भक्तों के मनोभावों को दर्शाया गया है।
3. कितना प्यारा है सिंगार लिरिक्स | Kitna Pyara Hai Singar Lyrics
कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
सांवरिया तुमको किसने सजाया है,
तुझे सुन्दर से सुन्दर कजरा पहनाया है,
कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
केशर चन्दन तिलक लगाकर,
सज धज कर के बैठ्यो है,
लग गए तेरे चार चाँद जो,
पहले तो निहार
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया तेरा चेहरा चमकता है
तेरा कीर्तन बहुत बड़ा,
दरबार महकता है, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
किसी भगत से कह कर कान्हा,
काली टिकी लगवाले
या फिर तू बोले तो लेउ,
नूनराइ वार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा हैं,
सांवरिया तेरे भगतो को तेरी फ़िक्र
कही लग ना जाये तुझे,
दुनिया की बुरी नज़र, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
पता नहीं तू किस रंग का है,
आज तलक ना जान सकी,
बनवारी हमने देखे है तेरे रंग हजार,
कितना प्यारा हैं,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है,
सांवरिया थोड़ा बच बच के रहना जी
कभी मान भी लो कान्हा,
भक्तो का कहना जी,
कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा हैं सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
सांवरिया तेरा रोज करू श्रृंगार
कभी कुटिया में मेरे,
आजाओ एक बार, कितना प्यारा है,
ओ हो, कितना प्यारा है सिंगार,
की तेरी लेउ नज़र उतार,
कितना प्यारा है।।
इस कृष्णा भजन लिरिक्स में भक्त अपने प्रिय भगवान श्रीकृष्ण की सुंदरता और महिमा का गुणगान करते हैं। वे कहते हैं कि कृष्ण की सुंदरता ने उनके मन को लुभा लिया है और कृष्ण जी ने सभी भक्तों को मंत्रमुग्ध कर दिया है। भक्त श्रीकृष्ण के सिंगार, रूप और उनकी कृपा की महिमा गाते हैं और उनकी कृपा की अभिलाषा करते हैं। इस भजन में भक्ति और प्रेम की भावना को सुंदरता से व्यक्त किया गया है।
4. श्याम चूड़ी बेचने आया लिरिक्स | Shyam Chudi Bechne Aaya Lyrics
मनहारी का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया।
छलिया का भेस बनाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
झोली कंधे धरी, उस में चूड़ी भरी।
गलिओं में चोर मचाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
राधा ने सुनी, ललिता से कही।
मोहन को तरुंत बुलाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
चूड़ी लाल नहीं पहनू, चूड़ी हरी नहीं पहनू।
मुझे श्याम रंग है भाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
राधा पहनन लगी श्याम पहनाने लगे।
राधा ने हाथ बढाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
राधे कहने लगी, तुम हो छलिया बढे।
धीरे से हाथ दबाया, श्याम चूड़ी बेचने आया॥
इस krishna ji bhajan lyrics में भगवान श्रीकृष्ण को छलिया के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसमें श्रीकृष्ण का वेश बदलने और राधा के पास चूड़ियां बेचने आने की घटना का वर्णन है। भजन में श्री कृष्ण जी की लीला का वर्णन किया गया है। भजन में श्रीकृष्ण की लीला की मनमोहक कहानी को सुंदरता से चित्रित किया गया है और राधा की प्रेम भावना को दर्शाया गया है।
5. मेरा श्याम आजाता मेरे सामने लिरिक्स | Mera Shyam Aa Jata Lyrics
श्याम सवेरे देखु तुझको कितना सुंदर रूप है,
तेरा साथ ठंडी छाया बाकी दुनिया धूप है,
जब जब भी इसे पुकारू मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै ,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||
खुश हो जाएगर सावरिया किस्मत को चमका देता,
हांथ पकडले अगर किसी का जीवन धन्यबना देता,
यह बातें सोच विचारू मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||
गिरने से पहले ही आकर बाबा मुझे संभालेगा,
पूरा है विश्वास है कभी तू तूफ़ानो से निकालेगा,
ये तनमन तुझपे वारु मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||
श्याम के आगे मुझको तो ये दुनिया फिकी लगती है,
जिस मोह में और जान है वो इतनी नजदीकी लगती है,
अपनी तक़दीर सवांरु मै, तस्वीर को इसकी निहारू मै,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने,
ओ मेरा श्याम आजाता मेरे सामने||
इस kanha bhajan lyrics में भक्ति और विश्वास की गहरी भावना है, जिसमें श्याम (कृष्ण) के दर्शन के लिए भक्त व्याकुल हैं। गाने में कल्पना के माध्यम से श्याम के साथ होने का भाव प्रकट किया गया है और भक्तों का अटूट विश्वास है कि श्याम हमें सभी कठिनाइयों से बचा सकते हैं। यह गीत भक्ति और आत्म-समर्पण की भावना को सुंदरता से व्यक्त करता है और भक्तों का मानना है कि भगवान कृष्ण उनको अवश्य दर्शन देंगे।
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6. अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो लिरिक्स | Arey Dwarpalo Kanhaiya Se Keh Do Lyrics
देखो देखो यह गरीबी, यह गरीबी का हाल |
कृष्ण के दर पे यह विशवास ले के आया हूँ ||
मेरे बचपन का दोस्त हैं मेरा श्याम |
यही सोच कर मैं आस लेके आया हूँ ||
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||
ना सर पे हैं पगड़ी, ना तन पे हैं जामा
बता दो कन्हैया को नाम है सुदामा |
इक बार मोहन से जाकर के कह दो,
कि मिलने सखा बदनसीब आ गया है ||
सुनते ही दोड़े चले आये मोहन,
लगाया गले से सुदामा को मोहन |
हुआ रुकमनी को बहुत ही अचम्भा,
ये मेहमान कैसा अजीब आ गया है ||
और बराबर पे अपने सुदामा बिठाये,
चरण आंसुओं से श्याम ने धुलाये |
न घबराओ प्यारे जरा तुम सुदामा,
ख़ुशी का शमा तेरे करीब आ गया है ||
अरे द्वारपालों कन्हैया से कह दो,
कि दर पे सुदामा गरीब आगया है |
भटकते-भटकते ना जाने कहाँ से,
तुम्हारे महल के करीब आगया है ||
इस krishna bhajan lyrics in hindi के माध्यम से श्रीकृष्ण और सुदामा के बीच हुई प्रसिद्ध मिलन की कथा को व्यक्त किया गया है। इस कथा के माध्यम से भक्ति, प्रेम और भगवान के प्रति अटूट विश्वास का संदेश दिया गया है।
भजन में सुदामा जी की दरिद्र हालत का वर्णन किया गया है तथा उनके श्री कृष्ण में अटूट विश्वास को भी चित्रित किया गया है। भजन में श्रीकृष्ण का सुदामा के प्रति प्रेम दर्शाया गया है और बताया गया है कि किस तरह से कृष्ण सुदामा का स्वागत करते हैं और अपने आंसुओं से सुदामा जी के चरण धोते हैं। यह भजन भक्त भगवान व मित्रता के सम्बन्ध को अच्छे ढंग से प्रस्तुत करता है।
7. श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम लिरिक्स | Shyam Teri Bansi Pukare Radha Naam Lyrics
श्याम तेरी बंसी, पुकारे राधा नाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम ||
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम ||
सांवरे की बंसी को बजने से काम
सांवरे की बंसी को बजने से काम ||
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
ओ जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या |
जमुना की लहरे बंसीबट की छैय्या,
किसका नहीं है कहो कृष्ण कन्हैय्या ||
श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम
श्याम का दिवाना तो सारा बृजधाम ||
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम,
सांवरे की बंसी को बजने से काम
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
ओ कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये
जिसके मन भाए ये उसी के गुण गाये ||
कौन जाने बांसुरिया किसको बुलाये,
जिसके मन भाए वो उसी के गुण गाये |
कौन नहीं कौन नहीं बंसी की धुन का गुलाम,
राधा का भी श्याम हो तो मीरा का भी श्याम ||
श्याम तेरी बंसी पुकारे राधा नाम,
श्याम तेरी बंसी कन्हैया तेरी बंसी पुकारे राधा नाम |
लोग करे मीरा को यूँ ही बदनाम,
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
राधा का भी श्याम वो तो मीरा का भी श्याम ||
इस krishna bhajan song lyrics में भक्ति और प्रेम के भावों को व्यक्त किया गया है, खासकर श्रीकृष्ण और उनकी प्रिय राधा के प्रति। इस भजन में बताया गया है कि श्रीकृष्ण की बांसुरी राधा जी का नाम पुकारती है। इस भजन में मीरा जी का भी जिक्र आता है और सुन्दर ढंग से मीरा जी की भक्ति का चित्रण किया गया है। इस भजन के माध्यम से सन्देश दिया गया है कि श्री कृष्ण किसी एक के नहीं हैं अपितु उनके प्रत्येक भक्त के हृदय में वास करते हैं।
8. ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन लिरिक्स | Aisi Lagi Lagan Meera Ho Gayi Magan Lyrics
है आँख वो जो श्याम का दर्शन किया करे,
है शीश जो प्रभु चरण में वंदन किया करे ||
बेकार वो मुख है जो रहे व्यर्थ बातों में,
मुख वो है जो हरी नाम का सुमिरन किया करे ||
हीरे मोती से नहीं शोभा है हाथ की,
है हाथ जो भगवान् का पूजन किया करे ||
मर कर भी अमर नाम है उस जीव का जग में,
प्रभु प्रेम में बलिदान जो जीवन किया करे||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी ||
कोई रोके नहीं कोई टोके नहीं,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,
बैठी संतो के संग रंगी मोहन के रंग,
मीरा प्रेमी प्रीतम को मनाने लगी,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी ||
राणा ने विष दिया मानो अमृत पिया,
मीरा सागर में सरिता समाने लगी ||
दुःख लाखों सहे मुख से गोविन्द कहे,
मीरा गोविन्द गोपाल गाने लगी,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
वो तो गली गली हरी गुण गाने लगी ||
महलों में पली बन के जोगन चली,
मीरा रानी दीवानी कहाने लगी ||
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन,
ऐसी लागी लगन मीरा हो गयी मगन ||
यह meera bhajan lyrics मीरा जी के जीवन और कृष्ण के प्रति उनके अद्वितीय प्रेम और समर्पण को प्रकट करता है। इस गीत में बताया गया है कि किस तरह मीरा जी सारी दुनिया की सुध – बुध खोकर श्री कृष्ण की भक्ति में मग्न हो गयी हैं। भजन में भक्ति की शक्ति का महत्व भी बताया गया है। विष पीने के बाद भी मीरा जी को कुछ नहीं हुआ।
मीरा रानी का प्रेम भगवान कृष्ण के प्रति बहुत ही गहरा था और उन्होंने अपना सारा जीवन प्रभु भक्ति में समर्पित कर दिया। इस गीत में उनकी भक्ति और प्रेम का उच्चतम स्तर दिखाया गया है, जिससे वे भगवान के प्रति अपना पूरा समर्पण कर देती हैं।
9. किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए लिरिक्स | Kishori Kuch Aisa Intjam Ho Jaye Lyrics
किशोरी कुछ ऐसा इंतजाम हो जाए।
जुबा पे राधा राधा राधा नाम हो जाए॥
जब गिरते हुए मैंने तेरे नाम लिया है।
तो गिरने ना दिया तूने, मुझे थाम लिया है॥
तुम अपने भक्तो पे कृपा करती हो, श्री राधे।
उनको अपने चरणों में जगह देती हो श्री राधे।
तुम्हारे चरणों में मेरा मुकाम हो जाए॥
मांगने वाले खाली ना लौटे, कितनी मिली खैरात ना पूछो।
उनकी कृपा तो उनकी कृपा है, उनकी कृपा की बात ना पूछो॥
ब्रज की रज में लोट कर, यमुना जल कर पान।
श्री राधा राधा रटते, या तन सों निकले प्राण॥
गर तुम ना करोगी तो कृपा कौन करेगा।
गर तुम ना सुनोगी तो मेरी कौन सुनेगा॥
डोलत फिरत मुख बोलत मैं राधे राधे, और जग जालन के ख्यालन से हट रे।
जागत, सोवत, पग जोवत में राधे राधे, रट राधे राधे त्याग उरते कपट रे॥
लाल बलबीर धर धीर रट राधे राधे, हरे कोटि बाधे रट राधे झटपट रे।
ऐ रे मन मेरे तू छोड़ के झमेले सब, रट राधे रट राधे राधे रट रे॥
श्री राधे इतनी कृपा तुम्हारी हम पे हो जाए।
किसी का नाम लूँ जुबा पे तुम्हारा नाम आये॥
वो दिन भी आये तेरे वृन्दावन आयें हम, तुम्हारे चरणों में अपने सर को झुकाएं हम।
ब्रज गलिओं में झूमे नाचे गायें हम, मेरी सारी उम्र वृन्दावन में तमाम हो जाए॥
वृन्दावन के वृक्ष को, मर्म ना जाने कोई।
डार डार और पात पात में, श्री श्री राधे राधे होए॥
अरमान मेरे दिल का मिटा क्यूँ नहीं देती, सरकार वृन्दावन में बुला क्यूँ नहीं लेती।
दीदार भी होता रहे हर वक्त बार बार, चरणों में अपने हमको बिठा क्यूँ नहीं लेती॥
श्री वृन्दावन वास मिले, अब यही हमारी आशा है।
यमुना तट छाव कुंजन की जहाँ रसिकों का वासा है॥
सेवा कुञ्ज मनोहर निधि वन, जहाँ इक रस बारो मासा है।
ललिता किशोर अब यह दिल बस, उस युगल रूप का प्यासा है॥
मैं तो आई वृन्दावन धाम किशोरी तेरे चरनन में।
किशोरी तेरे चरनन में, श्री राधे तेरे चरनन में॥
ब्रिज वृन्दावन की महारानी, मुक्ति भी यहाँ भारती पानी।
तेरे चन पड़े चारो धाम, किशोरी तेरे चरनन में॥
करो कृपा की कोर श्री राधे, दीन जजन की ओर श्री राधे।
मेरी विनती है आठो याम, किशोरी तेरे चरनन में॥
बांके ठाकुर की ठकुरानी, वृन्दावन जिन की रजधानी।
तेरे चरण दबवात श्याम, किशोरी तेरे चरनन में॥
मुझे बनो लो अपनी दासी, चाहत नित ही महल खवासी।
मुझे और ना जग से काम, किशोरी तेरे चरण में ॥
किशोरी इस से बड कर आरजू -ए-दिल नहीं कोई।
तुम्हारा नाम है बस दूसरा साहिल नहीं कोई।
तुम्हारी याद में मेरी सुबहो श्याम हो जाए॥
यह तो बता दो बरसाने वाली मैं कैसे तुम्हारी लगन छोड़ दूंगा।
तेरी दया पर यह जीवन है मेरा, मैं कैसे तुम्हारी शरण छोड़ दूंगा॥
ना पूछो किये मैंने अपराध क्या क्या, कही यह जमीन आसमा हिल ना जाये।
जब तक श्री राधा रानी शमा ना करोगी, मैं कैसे तुम्हारे चरण छोड़ दूंगा॥
बहुत ठोकरे खा चूका ज़िन्दगी में, तमन्ना तुम्हारे दीदार की है।
जब तक श्री राधा रानी दर्शा ना दोगी, मैं कैसे तुम्हारा भजन छोड़ दूंगा॥
तारो ना तारो मर्जी तुम्हारी, लेकिन मेरी आखरी बात सुन लो।
मुझ को श्री राधा रानी जो दर से हटाया, तुम्हारे ही दर पे मैं दम तोड़ दूंगा॥
मरना हो तो मैं मरू, श्री राधे के द्वार,
कभी तो लाडली पूछेगी, यह कौन पदीओ दरबार॥
आते बोलो, राधे राधे, जाते बोलो, राधे राधे।
उठते बोलो, राधे राधे, सोते बोलो, राधे राधे।
हस्ते बोलो, राधे राधे, रोते बोलो, राधे राधे॥
इस radha krishan ke bhajan lyrics में राधा-कृष्ण के प्रति भक्ति और समर्पण का भाव अभिव्यक्त है। इस गीत में भक्त किशोरी राधा जी का भगवान कृष्ण के प्रति अनुराग, उनके चरणों में समर्पण और उनकी कृपा के प्रति अपना अनुग्रह प्रकट करता है। भजन में राधा जी का कृष्ण के प्रति प्रेम का वर्णन किया गया है, जो भक्ति और आध्यात्मिक साधना के माध्यम से दर्शाया जाता है।
10. एक राधा एक मीरा लिरिक्स | Ek Radha Ek Meera Lyrics
एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।
एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।
राधा ने मधुबन में ढूँढा,
मीरा ने मन में पाया,
राधा जिसे खो बैठी वो गोविन्द,
मीरा हाथ बिक आया,
एक मुरली एक पायल,
एक पगली एक घायल,
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो,
अंतर क्या दोनों की प्रीत में बोलो,
एक सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी,
एक सूरत लुभानी एक मूरत लुभानी,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
राधा के मनमोहन,
सा गा मा पा धा
पा धा मा पा रे मा गा
धा रे सा नि धा रे रे गा मा
गा पा मा पा धा पा सा नी सा रे आ…
मीरा के प्रभु गिरिधर नागर,
राधा के मनमोहन,
राधा नित श्रृंगार करे और,
मीरा बन गयी जोगन,
एक रानी एक दासी,
दोनों हरी प्रेम की प्यासी,
अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो,
अंतर क्या दोनों की तृप्ति में बोलो,
एक जीत न मानी एक हार न मानी,
एक जीत न मानी एक हार न मानी,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।
एक राधा एक मीरा,
दोनों ने श्याम को चाहा,
अंतर क्या दोनों की चाह में बोलो,
एक प्रेम दीवानी एक दरस दीवानी ।
इस krishna bhajan song lyrics में राधा और मीरा का श्री कृष्ण के प्रति प्रेमभाव दर्शाया गया हैं। यह भजन भक्त और भगवान् के सम्बन्ध को दिव्य रूप से प्रदर्शित करता है। भजन के माध्यम से बताया गया है कि भगवान को भक्ति के मार्ग पर चलकर पाया जा सकता है, जैसे मीरा जी ने मन में भक्ति करके कृष्ण जी को पा लिया था।
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